लेखनी प्रतियोगिता -22-Feb-2022 दिल से दिल
दिल से दिल के तार मिला लो ,
आओ मिलकर हंस लो गा लो |
देखो रंगों की बहार सजी हैं,
गीत तुम मिलन के गा लो ,
दिल से............................
गिलों शिकवों को आज भुला दो ,
अपने परायों का भेद मिटा दो,
नेक इरादे, संस्कार दिला दो ,
मन से अपने सारे संशय मिटा दो ,
दिल से............................
संसार है अपना प्यारा यारों ,
न तुम इसमें कंकर मारो ,
गद्दारों की टोली को छोड़ो ,
कूटनीति को तुम गोली मारो,
दिल से............................
गुलशन को गुलजार बना लो ,
फूलों से बगिया महका लो ,
पंछियों को दे दो उन्मुक्त गगन ,
पिंजरे से तुम उनको छुड़ा लो |
दिल से............................
भक्ति में मन को रमा लो ,
ईश्वर में तुम ध्यान लगा लो ,
कर्मवीर बनकर आगे बढ़ो ,
जिम्मेदारी तुम अपनी उठा लो |
दिल से............................
नदियां बहती कल-कल कल-कल,
नाविक की तुम पतवार संभालो ,
तूफानों से भी भिड़ जाओ तुम ,
बाधाओं को तुम दूर भगा लो |
दिल से............................
प्रेम को अपने दिल में बसा लो ,
सरगम तुम धड़कन को बना लो ,
ख्वाब जो निगाहों में छाए ,
उनको अपना हमराज़ बना लो ,
दिल से............................
प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)
Arshi khan
03-Mar-2022 04:18 PM
Sundar
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Punam verma
23-Feb-2022 09:37 AM
Very nice
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Swati chourasia
23-Feb-2022 08:51 AM
Very beautiful 👌
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